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Writer's pictureAnupam Dubey

पुरुषों के अधिकार का हो संरक्षण, बने पुरुष आयोग - राष्ट्रीय सहारा


पुरुषों के अधिकार का हो संरक्षण, बने पुरुष आयोग

पुरुष अधिकार कार्यकर्ताओं ने आने वाले समय में पुरुषों के लिये बेहतर समाज के निर्माण के उद्देश्य से मलदहिया स्थित होटल हिन्दुस्तान इंटरनेशनल में रविवार को पिशाचिनी मुक्ति यज्ञ किया। सेव इंडियन फैमिली व दामन वेलफेयर सोसायटी के राष्ट्रीय अधिवेशन में दहेज, यौन उत्पीड़न के फर्जी मुकदमों से बच निकले कार्यकर्ताओं ने वैवाहिक संबंधों का पिंडदान भी किया। इन संस्थाओं की मांग है कि पुरुष अधिकारों के भी संरक्षण के लिए सरकार को कानून बनाना चाहिये। पुरुषों को फर्जी मुकदमे से बचाने के लिये एक तंत्र स्थापित होना चाहिये। उनके लिए एक आयोग बने। सम्मेलन में महिलाएं भी शामिल हुईं। डॉ. इंदु सुभाष ने कहा कि हमारे देश में पुलिस, कानून, सरकार और प्रशासन पुरुषों के पक्ष को ज्यादा तवज्जो नहीं देता। आयोजन सचिव अनुपम दुबे ने बताया कि संस्था में 156 ऐसे लोग काशी पहुंचे हैं जिनपर दहेज आदि मामलों में फर्जी मुकदमे दाखिल हैं। साथ ही 70 से ज्यादा ऐसे लोग हैं जो फर्जी मुकदमों से बरी हो चुके हैं। वरिष्ठ कार्यकर्ता सचिन अग्रवाल ने कहा कि संस्था से डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, आईएएस व पीसीएस अधिकारी भी जुड़े हैं। इस मौके पर पत्नी पीड़ित आश्रम औरंगाबाद के जयंत फुलारे, चेतन, नीलाद्रि दास, अमित, जकी अहमद, केके रंजन आदि मौजूद थे।

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